साज़िशें लाखो बनती है राधे मुझे मिटाने की,
बस दुआयें मेरे साई की उन्हें मुकम्मल नहीं होने देती
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Friday, 31 March 2017
आँखों से निकले आंसू को भी मोती बना देते है 'साई'
आँखों से निकले आंसू को भी मोती बना देते है 'साई'
अनजान रिश्तो को भी निभाते हैं मेरे 'साई'
जब जीने की कोई राह ही ना बची हो,राधे
तो मौत को भी जिन्दगी बना देते है मेरे 'साई'z
Om sai ram ji
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