साज़िशें लाखो बनती है राधे मुझे मिटाने की,
बस दुआयें मेरे साई की उन्हें मुकम्मल नहीं होने देती
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Wednesday, 15 March 2017
'तुम जिसे चाहो अपना अंदाज़ दे देना'
'हक़ इतना सा मुझे आज दे देना'
'नज़रें दुनियां की जब हमें छोड़ दें तन्हा'.मेरे साई
'बस उस मोड़ पर मुझे
' मै तेरे साथ हूँ 'राधे
ये कहकर आवाज़ दे देना'
🙏🌺॥ॐ साईराम॥🌺🙏
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