Search This Blog

Wednesday, 15 March 2017

शुभ साई रात्रि
देखो आवाज़ देकर पास बाबा साई को पाओगे,
आओगे तन्हा पर तन्हा न जाओगे,
दूर रहकर भी तुमपे नज़र है मेरे साई की,राधे
बाबा हाथों से थाम लेंगे जब भी ठोकर खाओगे।।
ॐ साई राम

No comments:

Post a Comment