साज़िशें लाखो बनती है राधे मुझे मिटाने की,
बस दुआयें मेरे साई की उन्हें मुकम्मल नहीं होने देती
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Friday, 24 March 2017
तेरा इश्क गर ना होता ये बन्दगी न होती
जो तेरी कृपा न होती मेरी जिन्दगी ना होती
मुझे जो भी देखता है कहता तेरा दीवाना मेरे साई
जो तेरी रजा ना होती ये दीवानगी ना होती ..
Om sai ram ji
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