थोडा ध्यान लगा साईं दौड़े दौड़े आयेंगे
कृपा की छाया में बिठाएँगे तुझको कहाँ तुम जाओगेउनकी दया दृष्टि जब जब पड़े तुम भवतर जाओगेऐसा है विश्वास मन में सत की ज्योत वो जलाएंगेथोडा ध्यान लगा साईं दौड़े दौड़े आयेंगे
ॐ साईं राम जय साई राम
इंसानियत ही पहला धर्मं है इंसान का...
फिर पन्ना खुलता है गीता या कुरान का...
सबका मालिक एक....
बोलिये साई नाथ महाराज की जय..
कृपा की छाया में बिठाएँगे तुझको कहाँ तुम जाओगेउनकी दया दृष्टि जब जब पड़े तुम भवतर जाओगेऐसा है विश्वास मन में सत की ज्योत वो जलाएंगेथोडा ध्यान लगा साईं दौड़े दौड़े आयेंगे
ॐ साईं राम जय साई राम
इंसानियत ही पहला धर्मं है इंसान का...
फिर पन्ना खुलता है गीता या कुरान का...
सबका मालिक एक....
बोलिये साई नाथ महाराज की जय..
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