साज़िशें लाखो बनती है राधे मुझे मिटाने की,
बस दुआयें मेरे साई की उन्हें मुकम्मल नहीं होने देती
Search This Blog
Tuesday, 28 February 2017
आँखो मे रहने वालो को याद नही करते,
दिल मे रहने वालो से बात नही करते,
हमारी तो राह मे बस गये हो आप,मेरे साई
तभी तो हम मिलने की फरियाद नही करते.
om sai ram
No comments:
Post a Comment